ॐ नमो आकाश की योगिनी पातालनाग, उठि हनुमंत जी ‘फलानी’ को लाग, परै न निद्रा बैठे न सुख, जोबो देखे न मेरो मुख, तब तक नहिं परै हिये में सुख, लाऊ
Not known Details About Shodashi
Local community feasts play a significant position in these functions, exactly where devotees arrive collectively to share meals that often consist of classic dishes. Such meals rejoice equally the spiritual and cultural areas of the Pageant, enhancing communal harmony. इस सृष्टि का आधारभूत क्या ह�
The Shodashi Diaries
क्षीरोदन्वत्सुकन्या करिवरविनुता नित्यपुष्टाक्ष गेहा । श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥९॥ Based on the description in her dhyana
Shodashi No Further a Mystery
क्षीरोदन्वत्सुकन्या करिवरविनुता नित्यपुष्टाक्ष गेहा । ऐं क्लीं सौः श्री बाला त्रिपुर सुंदरी महादेव्यै सौः क्लीं ऐं स्वाहा ह स क
5 Easy Facts About Shodashi Described
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं सौः: ॐ ह्रीं श्रीं क ए ऐ ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं स क ल ह्रीं सौः: ऐं क्लीं ह्रीं श्रीं ह्रीं श्रीं क्लीं परापरे त्